भरोसा, वफा, प्यार और मोहब्बत, छलावा है, भ्रम है ये दुनिया को बताने चली हूं। भरोसा, वफा, प्यार और मोहब्बत, छलावा है, भ्रम है ये दुनिया को बताने चली हूं।
बहुत देखा है अपनों को अजनबी बनते। और अजनबियों से बनते नाता अपना। पर ये जो है ना अपना और ना बेगाना।... बहुत देखा है अपनों को अजनबी बनते। और अजनबियों से बनते नाता अपना। पर ये जो है न...
बहुत कुछ बदल रहा है… लोग भी…रिश्ते भी बहुत कुछ बदल रहा है… लोग भी…रिश्ते भी
अनजान से रिश्ता जुड़ा दिल का संबंध बना, फिर अटूट हो चला, अनजान से रिश्ता जुड़ा दिल का संबंध बना, फिर अटूट हो चला,
खिल उठता है नसीब, मन पावन हो जाता है यह रिश्ता है अजीब। खिल उठता है नसीब, मन पावन हो जाता है यह रिश्ता है अजीब।
करूँ खुदा से बंदगी तेरी मेरी उम्र हो जाए तेरी। करूँ खुदा से बंदगी तेरी मेरी उम्र हो जाए तेरी।